चन्हूदड़ो प्रान्त आधुनिक पाकिस्तान के सिंध प्रान्त में सिंधु घाटी दाहिने किनारे पर स्थित हैं । इसकी खोज 1931 में ऐंजी मंजूदार ने की थी यहाँ से एक मनका बनाने का उद्योग कारखाना भी प्राप्त हुआ हैं ।
कालीबंगा
कालीबंगा का अर्थ हैं काळा रंग की चुडिया कालीबंगा में दुर्ग तो घिरा होता था परन्तु नगर भी दिवार से घिरा होता था ।
कालीबंगा की खोज 1951 में अमला नन्द घोष ने की थी यहाँ पर निचले स्त्रो पर सीडी संस्कृति पाई गई । जिससे विद्वानों ने कालीबंगा के विकास का अनुमान लगाया। (चन्हुदड़ो सिंधु घाटी सभ्यता के नगरीय झुकर चरण से सम्बंधित एक पुरातत्व स्थल है। यह क्षेत्र पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के मोहेंजोदड़ो से 130 किलोमीटर (81 मील) दक्षिण में स्थित है। यहाँ पर 4000 से 1700 से ईशा पूर्व में बसा हुआ माना जाता है और इस स्थान को इंद्रगोप मनकों के निर्माण स्थल के रूप में जाना जाता है। )
कालीबंगा के स्तर से जूता हुआ खेत के साक्ष्य प्राप्त हुआ हैं जिससे एक साथ 2 फसलों मटर, राई को उगाया जाता था । इस शहर से भूकंप साक्ष्य भी प्राप्त हुआ हे और यहाँ से एक बचे की खोपड़ी ने टांके का निशाँ प्राप्त हुआ हैं । जो सिंधु घाटी के शिल्प चिकत्स्य को दर्शाता है।
कालीबंगा
- अमला नन्द 1951
- काळा रंग की चुडिया
- जूता हुआ खेत
- भूकंप
- खोपड़ी में टांके
आगे देखें : लोथल (PART-3)