हुसैन अली ने बालविशवनाथ के साथ संधि कर ली थी । बाला जी को 2nd फाउंडर मराठा कहा जाता था । बाला जी ने ही recomised स्टेट को बनाया था । इनका भी सपना था की हिंदुस्तान पर मराठा सम्राज्य हो । हुसैन अली ने दकन की स्वदेश दोनों देने के लिए कहा और दोनों एक दूसरे की सहायता करने लगे ।
फरुखसियर :
इन लोगो ने फ़र्रुख़सियर की हत्या कर दी । रफीउड़र्जात , रफीउदूला इनके समय में कोई भी बदलाओ नहीं आया इनकी मृत्यु के पश्चात रंगीला आया । मुहम्मद शाह रंगीला (1719-148) : बादशाह मोहम्मद शाह की उर्फ़ रंगीला को बनाया गया । इसलिए सैयद बन्दुओ को किंग मेकर कहा गया । रंगीला के समय में अंतिम बार जजिया कर भी समाप्त कर दिया गया । और यह तुरानी दल के नेता निजामुलमुल्क के सहयोगी से इसने सैयद बन्दुओ को मार दिया गया । परन्तु दुष्चक की आदते आगे भी जारी रखी । अपनी कमजोर तथा घृणा वक्तित्व के कारण योग्य उमराओं ने इससे नाराज होकर के सम्राज्य से चले गए अलग होकर राज्य में स्वायत राज्यों की स्थापना शुरू की ।
निजामुलमुल्क :
इस समय यह ढक्क्न का सूबेदार था , इनके लाख समझाने पर भी नहीं माना और इसने नाराज होकर ढक्क्न के स्वतंत्र राज्य की स्थापना की । यही से मुगल सम्राज्य टूटने लगा । सआदत खां ने अवध एवं मुर्शिदा कुली खां ने बंगाल के स्वतंत्र सम्राज्य की स्थापना की ।
रंगीला के समय इ ईरानी शासक नादिर शाह ने आक्रमण किया क्योंकि रंगीला की स्थिति उस समय काफी ज्यादा खराब हो गई थी । उसने सबसे पहले पंजाब पर आक्रमण किया उसके पश्चात रंगीला ने निजामुलमुल्क , सआदत खा से मद्त मांगी और संयुक्त सेना के साथ युद्ध हुआ ।
करनाल (1739)
ईरानी शासक नादिरशाह और निजामुलमुल्क , सआदत खा एवं मुर्शिद कुली खां के मध्य युद्ध हुआ । जिसमे मुगलई की हार हो गई । वह यहाँ से 50 लाख लेकर गया परन्तु सआदत खां के पुनः 4 करोड़ का लालच दिए जाने पर नादिर शाह ने भारत पर आक्रमण किया एवं वहां अपने सैनिक के मारे जाने के कारण आत्म – कत्ले करवाया ।
रंगीला के पश्चात अहमद शाह बहदुर शाह बादशाह बना । इस समय उधम बाई (राजमाता) द्वारा प्रशासन की वास्तविक बागडोर संभाली गई । अहमद शाह के समय इमदुमूलक वजीर बना। इसी समय अहमद शाह इमादुल्मुल्क वजीर बना उसने अहमदशाह की आंखे निकाल दी । यह काफी ज्यादा मजबूत हो चूका था ।
इसके पश्चात आलमगीर -2 शासक बना । इमादुल्मुल्क ने इसकी हत्या कर दी । 1803 में अंग्रेज ने दिनों दिल्ली जीत ली । शाह आलम – 2 इसके पश्चात बादशाह बना ( पटना में घोषित किया ) इसके समय में अंग्रेज काफी ज्यादा शक्तिशाली हो गए । अंग्रेज ने लाल किले पर अपना कब्जा कर लिया था ।
बहादुर शाह जफर यह आखिरी बादशाह था सजा के तोर पर रंगून भेजा गया जीनत महल के साथ आखिरी समय तक रहा । लार्ड कॉर्नवालिस ने एक ब्रिटिश शाही फरमान 1858 में पढ़ा जिसमे मुगल शासन की समाप्ति एवं ब्रिटिश सामंती विक्टोरिया के शासन की स्थापना की घोषणा की गई । 1857 में मुगल सत्ता में सबकी गोली मार कर हत्या कर दी हटसन ने और मुगल सत्ता समाप्त कर दी गई ।