स्वच्छ जल अभियान सपनो को संजोना जितना आसान हे , उतना ही कठिन भी हैं
हम सब देख रहे हैं चाहे वह हर घर तक स्वच्छ भारत मिशन के तहत बने शौचालय का निर्माण करना हो या फिर उज्वल योजना के तहत माताओ – बहनो को धुंए से मुक्ति दिलाना हो ।
अभी फिलाल ही में सरकार ने स्वतंत्रता दिवस के 72 वर्ष बाद 15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 3.6 लाख करोड़ रु की जल जीवन मिशन ग्रामीण योजना की घोषणा की , जिसका संकल्प वर्ष 2024 तक देश के 19.04 करोड़ ग्रामीण आवासों को नल से स्वच्छ जल पहुँचाना हैं।
हर घर को जल पहुँचाना उतना हे कठिन हे , जितना की चींटी का पहाड़ चढ़ना , लेकिन अगर दृढ़ता और संकल्प हो तो कठिन कार्य भी आसान हो सकता हे।
विश्व की जनसंख्या का एक बटा छह हिस्सा भारत में बसता है। यहां सभी को बुनियादी स्वास्थ्य, साफ पानी और सेनिटेशन की सुविधा प्रदान करना एक बड़ी चुनौती है। भारत ने पोलियो और नवजात टेटेनस के उन्मूलन में उल्लेखनीय प्रगति की है। इसके अतिरिक्त मुख्य स्वास्थ्य संकेतकों, जैसे शिशु और मातृत्व मृत्यु दर, में प्रगति और एचआईवी, टीबी और मलेरिया के मामलों में गिरावट हुई है। इनसे देश को स्वास्थ्य संबंधी सहस्राब्दि विकास लक्ष्यों (एमडीजीज़ 4,5 और 6) को पूरा करने में मदद मिली है।
स्वतंत्रता के बाद से भारत की जीवन संभाव्यता दोगुनी हुई है। 1947 में यह जहां 33 वर्ष थी, 2011 में बढ़कर 68 वर्ष हो गई है। यूं स्वास्थ्य और कल्याण का संबंध सीधे तौर से पर्याप्त जल आपूर्ति और फंक्शनल सैनिटेशन प्रणालियों से है। भारत ने जल और साफ-सफाई तक सभी की पहुंच सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया है। सरकार की प्रमुख योजना स्वच्छ भारत अभियान (क्लीन इंडिया मिशन) की शुरुआत से ग्रामीण क्षेत्रों में 12 मिलियन से अधिक शौचालयों का निर्माण किया जा चुका है।
भारत सरकार की पहल
भारत सरकार ने अपने नागरिकों के समूचे कल्याण के लिए अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया है। 2005 में केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की स्थापना की और स्वास्थ्य देखभाल एवं सैनिटेशन को मजबूत करने के लिए ढांचागत सुधार को प्रस्तावित किया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 स्पष्ट रूप से स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार और सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज को हासिल करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को व्यक्त करता है। इसमें स्वास्थ्य बजट को जीडीपी का 2.5% करने का सुझाव दिया गया है। मिशन के लक्ष्यों में रोगों के समयबद्ध उन्मूलन, समय से पहले और रोकी जा सकने वाली मृत्यु दर को कम करना, स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करना और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना शामिल है। सरकार ने 2015 में टीकाकरण के विस्तार के लिए मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत की थी। सरकार स्वच्छ भारत कार्यक्रम के जरिए 2019 तक खुले में शौच को समाप्त करने के लिए व्यापक संसाधनों का निवेश कर रही है।